बधाइयों का बैकलॉग निपटा दिया, अब नए साल का संकल्प ले रहे हैं

उम्मीद है कि आप सभी ने नए साल की बधाइयों का बैक लॉग अब तक निपटा दिया होगा। इस काम में वाट्स एप की स्माइली और गूगल के अजब-गजब चित्रों ने आपकी पूरी मदद की होगी। तो अब कुछ बातें नए साले के संकल्पों की कर लेते हैं। चूंकि संकल्प थोड़ा आउटडेटेड शब्द हो चुका है, इसलिए हर ईयर में न्यू हो जाने वाली जनता इसे रिजल्यूशन कहती है.

चूंकि, इस समय प्राच्य विद्याओं का फैशन चल रहा है, इसलिए हम इसे संकल्प कहते हैं। संकल्प बड़े पैमाने पर लिए जाते हैं और इसकी सलाना वृद्धि का अगर आकलन किया जाए तो पक्के तौर पर यह कम से कम देश की जीडीपी की वृद्धि दर से ज्यादा ही होगा।

 पिछली सरकार में मलाईदार पदों पर रहे और इस सरकार में उपेक्षित चल रहे अफसरों ने संकल्प लिया कि वे मौजूदा साल में नेताओं के आज्ञापालन में इतनी महारत हासिल कर लें कि उनके हर कारनामे को भुला हर पार्टी उन्हें गले से लगा ले। परोपकारी जिस तरह से मानवता के काम आते हैं,उसी तरह से वे सभी पार्टियों के राजनीतिक हितों के काम आए। नेताओं ने संकल्प लिया कि दलीय निष्ठा या विचार की प्रतिबद्धता जैसी अड़चने उनके जीवन में कभी न आएं और हमेशा टिकट और पद पर उनकी नजर अर्जुन की तरह टिकी रही।

थानों से लेकर तहसीलों तक के कर्मचारियों ने शपथ ली कि वे निकम्मे कर्मचारियों को हटा देने की सरकार की धमकी से जरा भी नहीं डरेंगे और महंगाई के हिसाब से अपनी रिश्वत की दरों का नवीनीकरण करेंगे।

टेलीविजन पर शाम को शास्त्रार्थ देखने वाले बाबूजी ने फैसला लिया कि खबरिया चैनल देखना बंदकर अगले साल वह सिर्फ सास-बहू सीरियल देखेंगे क्योंकि उनमें थोड़ी गंभीरता है। सीरियल देखकर उकता चुकी उनकी पत्नी ने फैसला लिया कि वह अब सिर्फ न्यूज चैनल देखेंगी क्योंकि असली मनोरंजन तो यहीं हैं। बुद्धिजीवियों ने नए साल पर संकल्प लिया कि वे अपनी ठोस विचारधारा को द्रव रुप में ले आएंगे ताकि वह सत्ता के बर्तन में आसानी से आ जाए और उनकी शोधवृत्ति और वजीफे पर कोई फर्क न पड़े।

लोकतंत्र कि अंतिम ईकाई ग्राम प्रधान ने संकल्प लिया कि मिड डे मील खा-खाकर बच्चे मोटापे का शिकार हो रहे हैं। उनकी सेहत सुधारने के लिए मैं मिड डे मील की गुणवत्ता गिराकर उससे बचे हुए पैसे से अगले साल की चुनावी तैयारी करूंगा। स्कूल के हेडमास्टर ने भी संकल्प लिया कि अगर प्रधान ने मेरे स्कूल आने-जाने के मामले में टोकाटाकी न की तो मैं कम से कम मिड डे मील के पैसे का लालच नहीं रखूंगा।

यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों ने संकल्प लिया कि उनका काम समाज में चेतना फैलाना भी है, इसलिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की नीतियों का जमकर विरोध करेंगे, लेकिन कुलपति की चापलूसी में कोई कमी नहीं करेंगे ताकि नौकरी के अतिरिक्त लाभ में कोई दिक्कत न आए। राजनीतिक चेतना से संपन्न एक बेरोजगार युवक ने फैसला लिया कि मैं इस साल किसी धरने प्रदर्शन या रैली में तब तक नहीं जाऊंगा जब तक मोटसाइकिल की टंकी फुल कराने के साथ मुझे दो सौ रुपये नहीं मिलेंगे। सिर्फ खाने के पैकेट से नहीं मानूंगा।

कतई अराजनीतिक कूल युवा ने फैसला लिया कि इस बार वह पानी की टंकी पर चढ़कर सेल्फी लेने वाले युवकों को मात देने के लिए हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर सेल्फी खींचेगा। अंत में मतदाता ने संकल्प लिया कि भले ही मैं सड़क के गड्ढे से फिसलकर नाले में जा गिरूं, लेकिन जब निकलूंगा तो वोट जाति और धर्म के नाम पर ही दूंगा।

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Anurag Shukla

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